INDICATORS ON वशीकरण मंत्र किसे चाहिए YOU SHOULD KNOW

Indicators on वशीकरण मंत्र किसे चाहिए You Should Know

Indicators on वशीकरण मंत्र किसे चाहिए You Should Know

Blog Article





तुलसी बीजों को सहदेई के रस में पीस करके उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित करके तिलक लगाने से समस्त लोग सम्मोहित होते हैं।

यंत्र को बनाने का तरीका और इसमें इस्तेमाल होने वाली चीजे इसके महत्त्व को बढ़ा देती है.

विधि: मंगलवार के दिन सबेरे हनुमान मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करें। फिर उपर्युक्त मन्त्र को सवा लाख जपकर सिद्ध करें। इसके पश्चात् मस्तक पर चन्दन का तिलक लगाकर वहाँ से इसी मन्त्र का जप करते हुए इच्छित स्त्री या पुरुष के पास जाएं। इस क्रिया से वह आपके वश में हो जाएगा/हो जाएगी। अमुक के स्थान पर उसका नाम अवश्य लें। (और पढ़ें; हनुमान सिद्ध शाबर मंत्र

यदि उसे आँख खोलने पर दिखाई न दे, अर्थात् वह किसी ऐसी जगह हो, जहाँ विला जाए, उसे देखा नहीं जा सकता तो पैरों से भी काम लेना होगा। किसी किसी काम में हाथ, पैर, आंख, कान आदि सभी इन्द्रियों का काम आ पड़ता है। किसी में केवल बुद्धि का और किसी में केवल आत्मा का।

इस तरीके में, आपको सम्बंधित व्यक्ति के नजीवन में नियमित रूप से उच्चारण करने की आवश्यकता होती है। आपको एक शांतिपूर्वक और ध्यान में रहते हुए मंत्र का उच्चारण करना चाहिए। व्यक्तिगत वशीकरण का उपयोग करने से पहले, आपको सुनिश्चित करना चाहिए कि आपके उद्देश्य नैतिक और न्यायसंगत हैं और किसी अन्य व्यक्ति को here हानि नहीं पहुंचा रहे हैं।

अनुष्ठान की विधि: इसमें विशेष सामग्री जैसे सिंदूर, फूल, दीपक, या यंत्रों का उपयोग किया जाता है।

यह मंत्र पुरुष को अपने वश में करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसके उच्चारण से, महिला एक पुरुष को अपने प्रति प्रभावित कर सकती है और उसे अपने साथ सम्बंध बनाने में मदद कर सकती है।

ध्यान और एकाग्रता: शांत मन और ध्यान से वशीकरण की प्रक्रिया को अधिक प्रभावशाली बनाया जा सकता है।

त्रीं त्रीं त्रीं हूं, हूं स्त्रीं स्त्रीं कामाख्ये प्रसीद स्त्रीं हूं हूं त्रीं त्रीं त्रीं स्वाहा

आप इसे साधना के बाद भी कर सकते है. कृष्ण मोहन साधना का प्रयोग तो आप नियमित तौर पर सकते है.

वशीकरण का नैतिक उपयोग इस पर निर्भर करता है कि इसे किस उद्देश्य से किया जा रहा है। जब इसका उपयोग रिश्तों को सुधारने, सकारात्मक बदलाव लाने, और जीवन को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है, तो यह फायदेमंद साबित होता है। लेकिन गलत इरादों से इसका उपयोग हानिकारक हो सकता है और इसे पारंपरिक शास्त्रों में निषेध किया गया है।

बार बार इसका प्रयोग न करे और जिस व्यक्ति के लिए किया है उसके अलावा किसी और के लिए इसे काम में न ले.

दूसरी लौंग दिखाए छाती, रूठे को मना लाए, बैठे को उठा लाए

Report this page